Saturday, June 29, 2013


कुछ  प्राकृतिक   उपाय  
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ग्रह-नक्षत्रों से किस्मत चमकाने के  उपाय, अपने घर पर  करें :-
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नौ ग्रह बताए गए हैं जो कि हमारी बिगड़ी किस्मत बनाने की क्षमता रखते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह अशुभ फल दे रहा है तो यहां कुछ प्राकृतिक उपाय बताए रहे हैं, जिनसे सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी-
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चंद्रमा : प्रत्येक सोमवार प्रदोषकाल में गाय के दूध से शिवजी का 'ऊँ सोमाय नम:' मंत्र के साथ अभिषेक करें। किसी गरीब महिला को दूध और सफेद वस्तु का दान करें। खरगोश को मूली खिलाएं।

मंगल : गुड़ की रोटी प्रत्येक मंगलवार लाल गाय को खिलाएं। लाल फूलों की माला बनाकर देवी प्रतिमा को पहनाएं। लाल कनेर के 108 फूलों से मां दुर्गा की पूजा करें। गुड़हल का पेड़ घर में लगाएं। रत्नों में मूंगा जो प्राकृतिक रूप से समुद्री प्रवाल होता है, उसका दान किसी युवा ब्राह्मण को मंगलवार के दिन करना लाभकारी होता है। कुंडली में यदि मांगलिक दोष है तो प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करें, जल चढ़ाएं। मगर, बुधवार और रविवार को तुलसी को नहीं छुएं।

बुध : बुध ग्रह से पीडि़त व्यक्ति को अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाने चाहिए। साथ ही घर में भी छोटा बगीचा बनाएं। प्रत्येक बुधवार गणेशजी को 21, 41, 108 दूर्वा यथाशक्ति चढ़ाएं। प्रतिदिन कम से कम तीन इलायची का सेवन करें। मेहंदी और इलायची का पौधा घर में लगाएं। प्रत्येक बुधवार यदि हो सके तो हाथी के दर्शन कर केला खिलाएं।

गुरु : गुरु को बलवान करने के लिए सबसे प्रभावी उपाय है गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा कराना। हल्दी युक्त जल समर्पित करें। बरगद के पेड़ में हर गुरुवार हल्दी युक्त कच्चा दूध चढ़ाएं। यदि संभव हो तो केले की जड़ गुरु-पुष्य योग में अपनी दाहिनी बांह पर बांधें। ये व्यापार की वृद्धि में सहायक होगा। पीली कदली के पुष्पों को घर में लगाएं और गरीबों को पीली वस्तु और पुस्तकें दान करें।

शुक्र : जीवन में प्रसन्नता और वैभव की वृद्धि के लिए शुक्र ग्रह को बलवान बनाना आवश्यक है। इसके लिए प्रत्येक शुक्रवार सुगंधित फूलों से महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें। इत्र का दान करें एवं सफेद गाय को चावल खिलाएं। सफेद कनेर के पुष्पों की माला तथा कमल के पुष्पों को लक्ष्मीनारायण भगवान को अर्पित करें। सफेद और हल्के रंग वाले फूलों के पौधे घर में लगाएं। आंवले के पेड़ की पूजा करें और प्रत्येक शुक्रवार आंवले की पत्ती लक्ष्मी जी को चढ़ाएं।

शनि : यदि सरकारी नौकरी पाने की इच्छा है तो शनि ग्रह को ह्रश्वाक्ष में करना जरूरी है। प्रत्येक शनिवार पीपल के पेड़ के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं। शकर और जल का मिश्रण पीपल की जड़ में चढ़ाएं। पीपल के पेड़ की पूजा से शनि पीड़ा शांत होती है। प्रतिदिन पीपल की पूजा करें लेकिन बुधवार और रविवार को पीपल को नहीं छुएं। कौवे और काले कुत्ते को गुड़ वाली तेल की रोटी खिलाएं। काली गाय को हर शनिवार उड़द की दाल भिगोकर खिलाएं।

राहु-केतु : राहु और केतु ग्रह से पीडि़त व्यक्ति को रोजाना कबूतरों को बाजरा और काले तिल मिलाकर खिलाना चाहिए। कुष्ठ रोगियों को दो रंग वाली वस्तुओं का दान करें। मोरपंख की पूजा करें या हो सके तो उसे हमेशा अपने पास रखें। गिलहरी को दाना डालें। दो रंग के फूलों को घर में लगाएं और गणेश जी को अर्पित भी करें। हर मंगलवार या शनिवार को चीटियों को मीठा खिलाएं।

प्रकृति हमें परोपकार का पाठ पढ़ाती है। ईश्वर ने इस सृष्टि में प्रत्येक जीव को कुछ न कुछ परोपकार के लिए भेजा है। यहां बताया गया है कि किस प्रकार हम इन पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं की सहायता से अपनी कुंडली के ग्रहों के शुभफल में और अधिक सुधार कर सकते हैं। इन उपायों से मनुष्य अपनी भागती-दौड़ती जिंदगी में सुख और शांति ला सकता है। बस मन में श्रद्धा और सकारात्मक सोच होनी चाहिए, जिससे वह सदैव ऊर्जावान बना रहे।

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